दोस्तों जैसा की हम सभी जानते है, की इलेक्ट्रिकल के इंटरव्यू में मोटर से रिलेटेड काफी सवाल पूछे जाते है। तो आज हम इस पोस्ट के अंदर एक काफी इम्पोर्टेन्ट सवाल पर बात करने वाले है, की आखिर आर्मेचर क्या होता है? और साथ ही हम आर्मेचर वाइंडिंग और फिल्ड वाइंडिंग के बीच अंतर को समझ लेंगे।
दोस्तों यह सवाल काफी ज्यादा जरुरी इसलिए भी हो जाता है, क्युकी अधिकतर लोग इस सवाल का जवाब गलत बताते है।
जैसा आप फोटो में देख सकते है, कई लोग इसको आर्मेचर कहते है। वह कहते है- की अगर रोटर पर वाइंडिंग कर दी जाती है, तो उसे हम आर्मेचर कहते है। लेकिन दोस्तों यह जवाब पूरी तरह से गलत है।
तो अब आखिर इसका सही जवाब क्या है, आर्मेचर क्या होता है?
तो दोस्तों को समझना काफी आसान है, लेकिन इसको अच्छे से समझने के लिए आपको पहले एक बार रोटर क्या होता है? इसे अच्छे से जान लेना चाहिए।
रोटर क्या होता है (What is Rotor)?
दोस्तों अगर हम मोटर या जनरेटर की बात करे तो दोनों में जो पार्ट घूमता है, उसे ही हम लोग रोटर बोलते है। यानी की रोटर एक रोटेटिंग पार्ट होता है। रोटेटिंग पार्ट से हमारा मतलब यह है की मशीन का वह पार्ट जो घूमता है, वह रोटर कहलाता है।
दोस्तों अब आपको यह तो समझ में आ गया है, की रोटर क्या होता है। अब हम यह समझ लेते है की आखिर आर्मेचर क्या होता है?
आर्मेचर क्या होता है (What is Armature)?
दोस्तों अगर आप आर्मेचर का पूरा नाम देखो तो इसका पूरा नाम होता है, आर्मेचर वाइंडिंग।
चाहे हम AC मोटर की बात करे या DC मोटर की बात करे सभी मोटर के अंदर दो तरह की वाइंडिंग होती है:
- फिल्ड वाइंडिंग
- आर्मेचर वाइंडिंग
ध्यान दे: जब भी कहीं आर्मेचर लिखा होता है, तो उसका मतलब आर्मेचर वाइंडिंग ही होता है।अब आपके मन में सवाल आ रहा होगा की आखिर ये फिल्ड वाइंडिंग और आर्मेचर वाइंडिंग क्या होता है?
दोस्तों इन दोनों को समझना भी काफी सिंपल है। अगर आपको फिल्ड वाइंडिंग और आर्मेचर वाइंडिंग को समझना है तो आपको पहले मोटर कैसे काम करती है यह समझ लेना काफी ज्यादा जरुरी है।
मोटर कैसे काम करती है (How Motor Works)?
दोस्तों मोटर की वर्किंग काफी आसान होती है, आप इसे कुछ इस तरह से समझ सकते है: की जब कभी हम मोटर के स्टेटर पर थ्री फेज सप्लाई देते है, तो स्टेटर पर एक मैगनेटिक फिल्ड उत्पन हो जाती है। जब यह मैगनेटिक फिल्ड हमारे रोटर पर लिंक करती है। तो इस मैगनेटिक फिल्ड के कारण हमारे रोटर पर एक फाॅर्स लगता है, और फाॅर्स के कारण हमारा रोटर घूमने लगता है।
ध्यान दे: स्टेटर का मैगनेटिक फिल्ड जब रोटर पर लिंक करता है तो रोटर पर एक फोर्स के साथ-साथ रोटर में एक EMF भी उत्पन हो जाता है।
आपको यह पॉइंट ध्यान में रखना है क्योकि जब हम आर्मेचर वाइंडिंग समझेंगे तो अगर आपको यह पॉइंट ध्यान में होगा तो समझना काफी ज्यादा आसान हो जाएगा। तो चलिए अब एक एक करके हम आर्मेचर वाइंडिंग और फिल्ड वाइंडिंग को समझ लेते है और फिर आखिर में हम कुछ इम्पोर्टेन्ट पॉइंट को भी डिसकस करने वाले है।
फिल्ड वाइंडिंग क्या होती है (What is Field Winding)?
दोस्तों अभी हमने ऊपर मोटर की वर्किंग को समझा था, की स्टटेर को जब हम थ्री फेज सप्लाई देते है, तो स्टेटर एक मैगनेटिक फिल्ड उत्पन करता है। दोस्तों आपको एक बात हमेशा ध्यान में रखनी है की जो भी वाइंडिंग मैगनेटिक फिल्ड बना रही है या उत्पन कर रही है, उसी को ही हम फिल्ड वाइंडिंग कहते है।
यानि की मोटर के केस में जो स्टेटर पर वाइंडिंग की जाती है, उसी को हम लोग फिल्ड वाइंडिंग कहते है क्योकि स्टेटर वाइंडिंग मैगनेटिक फिल्ड उत्पन करती है।
दोस्तों आपको यह तो समझ में आ गया की फिल्ड वाइंडिंग क्या होती है, अब बारी है आर्मेचर वाइंडिंग को समझने की, तो चलिए आर्मेचर वाइंडिंग क्या होती है यह भी जान लेते है।
आर्मेचर वाइंडिंग क्या होती है (What is Armature Winding)?
आर्मेचर वाइंडिंग उस वाइंडिंग को कहा जाता है, जहां पर EMF उत्पन होता है। ऊपर हमने आपको एक पॉइंट में बताया था की जब मैगनेटिक फिल्ड रोटर से लिंक करता है, तो रोटर पर फोर्स के साथ साथ रोटर में एक EMF भी उत्पन हो जाता है, और एक करंट फ्लो करने लगती है।
यानी की हमारे रोटर के अंदर EMF उत्पन होता है, इसका मतलब है की हमारे रोटर के ऊपर जो वाइंडिंग है उसे ही हम आर्मेचर वाइंडिंग कहेंगे। दोस्तों अगर आप अभी भी कंफ्यूज हो रहे हो की किसको फिल्ड वाइंडिंग और किसको आर्मेचर वाइंडिंग कहना है, तो चलिए आपको बिलकुल आसान भाषा में समझा देते है।
अगर हम मोटर की बात करे तो उसमे जो स्टेटर होता है, वो ही ज्यादातर केस मे मैगनेटिक फिल्ड उत्पन करता है, यानी की स्टेटर पर ही फिल्ड वाइंडिंग होती है। और रोटर से यह मैगनेटिक फिल्ड लिंक करके उसमे एक EMF जेनरेट करता है, यानि की रोटर में EMF उत्पन होता है, मतलब रोटर पर आर्मेचर वाइंडिंग होती है।
ध्यान दे: ऐसा फिक्स नहीं है, की हमेशा स्टेटर ही मैगनेटिक फिल्ड उत्पन करेगा जैसे की जो ब्रश-लैस मोटर होती है उसमे इंडक्शन मोटर का उल्टा होता हो। उसमे जो रोटर होता है वह मेग्नेटिक फिल्ड उत्पन करता है। यानी की रोटर पर फिल्ड वाइंडिंग और स्टेटर पर आर्मेचर वाइंडिंग होती है।
अगर हम जनरेटर की बात करे तो उसमे भी इंडक्शन मोटर के जस्ट अपोजिट होता है, इसमें हमारी फील्ड वाइंडिंग रोटर के ऊपर होती है और आर्मेचर वाइंडिंग स्टेटर के ऊपर होती है।
अब दोस्तों अगर हम आखिरी सवाल पर आये जो की है अगर आपको कभी पता करना हो की कौनसी फिल्ड वाइंडिंग और आर्मेचर वाइंडिंग कौनसी है, तो उसका पता कैसे करेंगे।
फिल्ड वाइंडिंग और आर्मेचर वाइंडिंग का कैसे पता लगाए?
How to find Armature winding and Field winding?
दोस्तों आर्मेचर वाइंडिंग और फिल्ड वाइंडिंग का पता लगाना बहुत आसान है, आपको बस एक मल्टीमीटर लेना है और स्टेटर और रोटर का एक एक करके रेजिस्टेंस मेजर करना है। मल्टीमीटर से रेजिस्टेंस मेजर करने के बाद आपको देखना है की किस वाइंडिंग का रेजिस्टेंस कम है, अगर आपके रोटर वाइंडिंग का रेजिस्टेंस कम है तो आपके रोटर पर आर्मेचर वाइंडिंग है, और स्टेटर पर फिल्ड वाइंडिंग है। लेकिन अगर आपके स्टेटर की वाइंडिंग का रेजिस्टेंस कम है तो स्टेटर पर आर्मेचर वाइंडिंग है और रोटर पर फिल्ड वाइंडिंग है।
मतलब: दोस्तों हमारी आर्मेचर वाइंडिंग का रेजिस्टेंस कम होता है और फिल्ड वाइंडिंग का रेजिस्टेंस ज्यादा होता है।
दोस्तों इस तरह आप आसानी से पता लगा सकते है की कौनसी फिल्ड वाइंडिंग है और कौनसी आर्मेचर वाइंडिंग।
उम्मीद है कि दोस्तों आपको सारे सवालों के जवाब मिल गए होंगे। लेकिन अगर फिर भी कोई सवाल रह जाता है, तो कमेंट में बता सकते है, और आप हमे इंस्टाग्राम पर भी अपना सवाल भेज सकते है “Electrical Dost”
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मिलते है अगली पोस्ट में तब तक के लिए धन्यवाद 🙂