दोस्तो आज हम बात करेंगे की ट्रांसमिशन लाइन में हमेशा एल्युमीनियम वायर का इस्तेमाल ही क्यों किया जाता है। Why only aluminum wire used in transmission line
कई लोगो के मन में इसका जवाब एल्युमिनियम सस्ता होता है यह है, लेकिन इस सवाल के पीछे एक नही बल्कि कई कारण है। तो आज हम इन सभी पॉइंट को जान लेंगे की Why aluminum wire used in Transmission line?
» जैसा की हम सभी को पता है की हम किसी भी कंडक्टर(wire) का चयन उसकी कंडक्टिविटी को देखकर करते है। मतलब हम हमेशा उस वायर का उपयोग करते है, जिसके अंदर रेजिस्टेंस कम से कम हो ताकि करंट आसानी से फ्लो हो सके।
तो अगर हम इलेक्ट्रिकल के सबसे अच्छे कंडक्टिविटी मटेरियल की बात करे तो इसमे सबसे पहले नंबर पर चांदी आता है। चांदी एक ऐसा मटेरियल है, जिसके अंदर करंट आसानी से गुजर जाता है। चांदी की कंडक्टिविटी सबसे अच्छी बताई जाती है।
इसके बाद दूसरे नंबर पर कॉपर का नाम आता है, कॉपर के बाद तीसरे नंबर पर गोल्ड मतलब सोना आता है।
और अगर हम एल्युमिनियम की बात करे तो यह इस लिस्ट में 4 नंबर पर आता है।
तो दोस्तो अब आपको यह तो पता चल गया की कौनसे मेटीरियल सबसे अच्छे कंडक्टर है। लेकिन यहाँ पर हमारे पास एक समस्या यह आ जाती है की चांदी और सोने की कीमत काफी ज्यादा होती है। तो इन दोनो मटेरियल के वायर का उपयोग करना पूरी तरह से नामुमकिन है।
क्योंकि चांदी के एक किलोग्राम की कीमत करीब 40,000 रुपए होती है। और वही सोने की बात करे तो यह करीब 40,00,000 रुपए किलोग्राम है। जोकि काफी ज्यादा महंगे है।
तो अब हमारे पास सिर्फ दो ही मटेरियल बच जाते है।
- Copper (कॉपर)
- Aluminium (एल्युमिनियम)
इन दोनो मटेरियल की कीमत काफी कम होती है। कॉपर आपको 1 किलोग्राम 500 रुपए तक मिल जाता है, जबकि वही एल्युमिनियम सिर्फ 100 रुपए में 1 किलोग्राम मिल जाता है।
तो अब हमारे सामने मुख्य सवाल यह आता है की हमारे पास कॉपर और अलुमिनियम दो प्रकार के कंडक्टर है। तो फिर हम सिर्फ एलुमिनियम कंडक्टर का ही उपयोग क्यों करते है?
तो दोस्तों इसके लिए अब हमे कॉपर और एल्युमिनियम दोनो के अंतर को समझना होगा।
Copper Vs Aluminium (कॉपर और एल्युमिनियम में अंतर)
Resistivity- रेजिस्टविटी के मामले में कॉपर एल्युमिनियम से अच्छा मेटीरियल है। कॉपर का रेजिस्टेंस एल्युमिनियम से 60% कम होता है।
जैसे- अगर हमारे पास बिल्कुल एक समान साइज का कॉपर और एल्युमिनियम का कंडक्टर है, तो अगर कॉपर के वायर का रेजिस्टेंस 1 ohm है तो इसी आकर के एल्युमिनियम वायर का रेजिस्टेंस 1.6 ohm होगा। तो इससे हमको पता चल गया कॉपर का रेजिस्टेंस कम होता है।
लेकिन दोस्तो रेजिस्टेंस का एक नियम होता है की अगर हम मेटीरियल के आकर को बड़ा देंगे, मतलब मोटा कर देंगे। तब रेजिस्टेंस कम हो जाता है।
तो यही अगर हम एल्युमिनियम के साथ करते है, तो अगर हम एल्युमिनियम वायर को डबल कर देंगे, तो वायर का रेजिस्टेंस 1.6 से कम होकर 0.8 मतलब आधा हो जाएगा। और इसी तरीके से ही हम ट्रांसमिशन वायर के रेजिस्टेंस की समस्या का हल कर लेते है।
Weight(वजन)- इसके बाद में दूसरा मुख्य अंतर इन दोनो के वजन पर होता है। और यह पॉइंट ट्रांसमिशन लाइन के वायर सिलेक्शन के लिए काफी ज्यादा इम्पोर्टेन्ट है। क्योंकि हम सभी को पता है की अगर हमारे वायर का वजन ज्यादा होगा। तो उस समय हमे टावर भी हाई पावर के लगाने पड़ेंगे, ताकि वह ज्यादा वजन के वायर को झेल सके।
मतलब की वायर के वजन का फर्क सीधा-सीधा टावर की cost पर आ जाता है।
तो दोस्तो अगर हम कॉपर ओर एल्युमिनियम के वजन की बात करे तो कॉपर का वजन एल्युमिनियम से ज्यादा होता है।
अगर हम इसको उदाहरण से समझे तो अगर किसी कॉपर वायर का वजन 1 kg है तो बिल्कुल उसी आकार के एल्युमिनियम वायर का वजन सिर्फ 0.33 KG ही होगा।
इसके अलावा हमने रेजिस्टेंस के कारण एल्युमिनियम वायर को कॉपर से डबल उपयोग लिया था। तो अगर हम डबल एल्युमिनियम वायर का वजन करे, तब भी इसका वजन 0.66 Kg ही होता है, मतलब कॉपर से 0.34 Kg कम।
तो अगर हम एल्युमिनियम का उपयोग करेंगे तो ट्रांसमिशन लाइन के टावर बनाने की कीमत कम आएगी, क्योंकि एल्युमिनियम का वायर कॉपर से वजन में हल्का होता है।
Cost wise(कीमत की वजह से)- दोस्तो जैसा की हमने शुरुवात में जाना की कॉपर के 1 Kg की कीमत करीब 500 रुपए होती है, जबकि aluminium हमे 100 रुपए किलोग्राम ही मिल जाता है। तो अगर हम इस एल्युमिनियम के वायर की मोटाई दुगुनी भी करते है तो भी 2 kg एल्युमिनियम की कीमत 200 रुपए ही होगी, जोकि कॉपर से करीब 60% कम है।
Long life(लम्बा जीवन)- जैसा की हम सभी को पता है की ट्रांसमिशन लाइन के वायर पर हम इंसुलेशन का उपयोग नही करते है। तो अगर हम बिना इंसुलेशन के कॉपर वायर का उपयोग आउटडोर में करते है, तो इस समय हमे copper wire को काफी ज्यादा मेंटेनेंस देना होगा।
क्योंकि हम सभी को पता है की कॉपर के ऊपर corrosion काफी जल्दी लग जाती है। और अगर हम वही एल्युमिनियम का उपयोग करते है, तो उसमे जंग लगने की कोई समस्या नही होती है। तो अगर हम कॉपर की जगह एल्युमिनियम का उपयोग करते है तो यह मैंटेनस फ्री होगा और साथ ही इस वायर की लाइफ कॉपर वायर से ज्यादा रहेगी।
Why we only use aluminum wire in overhead line
ट्रांसमिशन लाइन में एलुमिनियम वायर ही क्यों उपयोग लेते है?
तो दोस्तों अब आपको पता चल गया होगा, एल्युमिनियम वायर उपयोग के पीछे एक नहीं बल्कि चार मुख्य कारण है। 1. Resistivity 2. Weight(वजन) 3. Cost wise(कीमत की वजह से) 4. Long life(लम्बा जीवन)
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तो दोस्तो उम्मीद है आज आपके Why always aluminum wire used in transmission line से जुड़े कई सवालो के जवाब मिल गए होंगे। अगर आपके अभी भी कोई सवाल इंजीनियरिंग से जुड़े है, तो आप हमे कमेन्ट करके जरूर बताये।
इंजीनियरिंग दोस्त (Engineering Dost) से जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। 🙂
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