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What is Earthing and Types of Earthing Hindi

आज हम Earthing क्या होती है और अर्थिंग करना क्यों जरूरी है। साथ ही earthing कितने प्रकार की होती है ओर कैसे की जाती है जान लेंगे। 

What is Earthing (अर्थिंग क्या होती है) 

जब कभी किसी मशीन या सिस्टम में इलेक्ट्रिकल फाल्ट होता है। तब अर्थिंग की मदद से ही इलेक्ट्रिकल एनर्जी जमीन के अंदर चली जाती है, इस तरह earthing की मदद से इलेक्ट्रिकल उपकरण ओर हमे सुरक्षा मिलती है।

 How Earthing works (अर्थिंग कैसे काम करती है) 

इसको हम काफी आसानी से समझ सकते है।

जैसे- कोई मोटर है, ओर उस मोटर को हमने अर्थिंग नही कर रखा है। अब अगर मोटर में कभी कोई इलेक्ट्रिकल फाल्ट होता है। जैसे मोटर की वाइंडिंग जल जाना या फिर हमारी सप्लाई केबल का कट कर मोटर की बॉडी पर लग जाना। इस समय अगर हमने मोटर की बॉडी को अर्थिंग नही कर रखा है, तो फाल्ट के समय करंट हमारी मोटर की बॉडी पर बहने लगेगा और अगर इसी समय किसी ने इस मोटर को गलती से छू लिया तो उसे काफी बड़ा इलेक्ट्रिकल शॉक लग सकता है।

पर अगर हमने मोटर को अर्थिंग कर रखी है तो मोटर की बॉडी का करंट हमारे अर्थ वायर से जमीन के अंदर चला जाएगा ओर हमको करंट नही लगेगा।

Earthing करने पर हमे करंट क्यों नही लगता?

करंट बहने के कुछ नियम होते है। इसमें एक नियम यह है की करंट बहने के लिए हमेशा कम रेजिस्टेंस के रास्ते को चुनता है।  हमारी शरीर का रेसिस्टेंट 1000 ohm या उससे भी ज्यादा होता है, परन्तु हम जिस अर्थिंग को करते है उसका रेजिस्टेंस हम 1 ohm से 5 ohm के बीच रखते है। अब कभी फाल्ट की कंडीशन होती है तो करंट हमारी बॉडी जिसका रेजिस्टेंस 1000 ohm की है उससे ना जाकर 5 ohm की अर्थिंग से निकल जाएगा, जिससे हमको करंट नही लगेगा।

 How do earthing (अर्थिंग कैसे करते है) 

अर्थिंग करना काफी आसान है। अर्थिंग का मतलब हमको उस उपकरण की मेटल से बनी बॉडी को जमीन से जोड़ना है। 

उदाहरण से समझे- हमे पता की हमारी मोटर की बॉडी आयरन स्टील जैसे परधात से मिलकर बनी होती है। अर्थिंग करने के लिए हम मोटर की बॉडी को जमीन के साथ जोड़ देते है। अब फाल्ट के समय अगर हम इस मोटर की बॉडी को छूते है, तो करंट हमसे ना जाकर अर्थ वायर से जमीन में चला जाएगा।

 Types of Earthing (अर्थिंग के प्रकार) 

  1. Strip and Wire earthing (स्ट्रिप ओर वायर अर्थिंग)
  2. Rod Earthing (रॉड अर्थिंग)
  3. Pipe Earthing (पाइप अर्थिंग)
  4. Plate Earthing (प्लेट अर्थिंग)
  5. Coil Earthing (कॉइल अर्थिंग)

Strip and Wire earthing- स्ट्रिप ओर वायर अर्थिंग को हम उस जगह करते है जहाँ पर पथरीली जगह होती है(जिस जमीन में ज्यादा पत्थर होते है)। यह अर्थिंग को ट्रांसमिशन लाइन में काफी उपयोग करा जाता है।

Rod Earthing- रॉड अर्थिंग का उपयोग हम उस जगह करते है जहाँ पर बालू रेत होती है, क्योंकि बालू रेत वाली जमीन में मॉइस्चर(Moisture) काफी ज्यादा होता है। इस कारण से हमे बालू रेत वाली जगह पर काफी गहराई तक अर्थिंग करनी होती है। और गहराई ज्यादा होने के कारण हम इस अर्थिंग में रोड का उपयोग करते है, इसलीए इस अर्थिंग को rod earthing कहते है।

Pipe Earthing- पाइप अर्थिंग सबसे ज्यादा उपयोग होने वाली अर्थिंग होती है, इस अर्थिंग के अंदर हम पाइप का उपयोग करते है। यह अर्थिंग 5 से 10 फीट तक की जाती है।

Plate Earthing- प्लेट अर्थिंग को सबसे अच्छी अर्थिंग कहा जाता है। पावर स्टेशन और सबस्टेशन में plate earthing का ही उपयोग करा जाता है। यह अर्थिंग उस जगह उपयोग की जाती है, जहाँ पर काफी ज्यादा मात्रा में करंट फ्लो होता है (मतलब जिस जगह लोड काफी ज्यादा है)।

Coil Earthing- कॉइल अर्थिंग काफी कम देखने को मिलती है। इस earthing में G.I. वायर से बनी कॉइल का इस्तेमाल किया जाता है, इस अर्थिंग का उपयोग ज्यादातर रेलवे ओर इलेक्ट्रिकल पोल में करा जाता है।

 Earthing resistance कितना होना चाहिए 

अर्थिंग को हमारी ओर उपकरण की सेफ्टी के लिए उपयोग करते है, अर्थिंग का रेजिस्टेंस जितना कम होगा वह अर्थिंग उतनी अच्छी कहलाएगी। सबसे अच्छी अर्थिंग 0 ओम की होगी पर 0 ओम रखना पॉसिबल नही है।

पावर प्लांट की अर्थिंग का रेजिस्टेंस 0.5 ohm या इससे कम रखा जाता है।

सबस्टेशन में अर्थिंग के रेजिस्टेंस को 2 ohm से कम रखा जाता है।

L.T Pole (1000 वोल्टेज से कम के पोल) पर 5 ओम से कम earthing resistance को रखते है।

1000 volts के ऊपर के इलेक्ट्रिकल पोल (H.T Pole) पर 10 ohm से कम अर्थिंग रेजिस्टेंस को रखा जाता है।

घर के अर्थिंग का रेजिस्टेंस 8 ohm से कम अच्छा माना जाता है।

 How reduce Earthing resistance 

हम अर्थिंग के रेजिस्टेंस को कम करने के लिए कुछ तरीके अपनाते है।

1. Maintain Moisture of earth- अर्थ के रेजिस्टेंस को बराबर रखने के लिए हम पानी का उपयोग करते है ओर समय समय पर अर्थिंग पॉइंट में पानी भी डालते है।

2. Increase Contact Area of Electrode- हम अर्थिंग में उपयोग होने वाले इलेक्ट्रोड की मोटाई को बढ़ाकर भी अर्थिंग के रेजिस्टेंस को मेन्टेन रखते है।

3. Use of Salt and Coal in Earthing- जिस जगह हमने अर्थिंग के लिए इलेक्ट्रोड को जमीन में डाल रखा है, वहाँ पर नमक और कोयला को डालने से भी जमीन का रेजिस्टेंस काफी समय तक मेन्टेन रहता है।

4. Increase Depth of Electrode- अगर हम अर्थिंग के समय इलेक्ट्रोड को ज्यादा गहराई तक डालते है। इस तरह भी earth resistance को कम किया जाता है।

5. Use Extra Earthing- अगर यह चारो तरीको को करने के बाद भी अर्थिंग रेजिस्टेंस कम नही होता है, तब हम दो या उससे अधिक इलेक्ट्रोड को जमीन में डालकर अर्थिंग करते है।

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तो दोस्तो उम्मीद है आज आपके Earthing से जुड़े कई सवालो के जवाब मिल गए होंगे, अगर आपके अभी भी कोई सवाल इंजीनियरिंग से जुड़े है तो आप हमे कमेन्ट करके जरूर बताये।

इंजीनियरिंग दोस्त (Engineering Dost) से जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। 🙂 

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This Post Has 35 Comments

  1. Shiva mali

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  3. Maheshkumar

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  29. SONDARAVA SAGAR VALJIBHAI

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    Ap isi tarah apna kaam karte rahena .

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